21वीं सदी की यही है नीति, मुँह पर राम और बगल में छूरी। 21वीं सदी की यही है नीति, मुँह पर राम और बगल में छूरी।
आंखें आज भी हो जाती नम क्योंकि हम पढ़े लिखे हैं कम, साथी ने कहा मत कर गम नेतागिरी में आंखें आज भी हो जाती नम क्योंकि हम पढ़े लिखे हैं कम, साथी ने कहा मत कर गम ...
जनता कर्फ्यू में कल मुझे, एक नया अक्स दिखा जनता कर्फ्यू में कल मुझे, एक नया अक्स दिखा
हर जीवन के साथ जुड़ा है हंसना रोना गाना हर जीवन में होता है ,सुख-दुख का आना जाना। हर जीवन के साथ जुड़ा है हंसना रोना गाना हर जीवन में होता है ,सुख-दुख का आना ...
मेरे सपनों का भारत , काश ! तीन सौ वर्ष पूर्व की गंगा सा पावन, निर्मल होता! मेरे सपनों का भारत , काश ! तीन सौ वर्ष पूर्व की गंगा सा पावन, निर्मल होता!
कैसा पागलपन है 'कुमार' सोच ज़रा, क्यों तू ख़ुद को इतना ज्यादा सताता है। कैसा पागलपन है 'कुमार' सोच ज़रा, क्यों तू ख़ुद को इतना ज्यादा सताता है।